YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Monday, February 10, 2014

जागो और जगाओ!

जागो और जगाओ!
जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!!
विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!!
 मैकाले ने जिस प्रकार भारतीय जीवन के सभी अंगों को प्रदूषित किया है, उसे पुनः उचित सांचे में ढाल कर, भारत को विश्व गुरु के उसके खोये पद पर, पुनर्प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से बने, इस युगदर्पण मीडिया समूह YDMS  के 28 ब्लॉग का समूह, उन सभी देश भक्त लेखकों का आह्वान करता है, जो सोशल मीडिया पर जुड़े हैं तथा अच्छे लेखन से समाज को कुछ देना चाहते हैं। भारत की जड़ों से 60 से अधिक देशों में जुड़ा, एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच, आपके लेखन को वैश्विकता प्रदान करेगा, मैकालेवाद के विपरीत भारत माता को गौरवान्वित करेगा। इसकी सार्थकता हेतु, इसके विविध 28 विषय तथा उनकी गहनता व सोच पर विशेष बल दिया गया है। तभी सार्थक, सफल व लोकप्रिय होकर यह लक्ष्य को पूर्ण कर पायेगा। युगदर्पण मीडिया समूह YDMS के 28 ब्लॉग पर Live Traffic list से यह जानकर, कि वैश्विक स्तर पर आगंतुक आशा से कहीं अधिक थे। जहाँ एक सुखद अनुभूति हुई, वहाँ स्वयं पर, उन्हें उनकी आकांक्षा के अनुरूप सामग्री उपलब्ध करने का दायित्व पूरा कर पाने में असफल रहने का बोध भी। गहन राष्ट्रीय सोच के साथ विविध 28 विषय लेकर एक व्यापक मंच, जिस गम्भीरता से बनाया गया, सम्भवत: उसके अनुरूप लेखकों की टोली होती तो, यह प्रयास सर्वाधिक उपयोगी और सफल होता तथा इससे कहीं अधिक लोकप्रिय भी।
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब पायें 
नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी व्यापक सार्थक विकल्प, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS.
यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं, कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका आभार अग्रेषित है।
लेखक को जानें -संघर्ष का इतिहास 40 वर्ष लम्बा है, किन्तु 2001 से युगदर्पण समचारपत्र द्वारा सार्थक पत्रकारिता और 2010 से हिंदी ब्लॉग जगत में विविध विषयों के 28 ब्लॉग के माध्यम व्यापक अभियान चला कर 3 वर्ष में 60 देशों में पहचान बनाई है। तथा काव्य और लेखन से पत्रकारिता में अपने सशक्त लेखन का विशेष स्थान बनाने वाले, तिलक राज के 10 हजार पाठकों में लगभग 2000 अकेले अमरीका में हैं। 
तिलक राज रेलन, ऐसे वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिसने पत्रकारिता को व्यवसाय नहीं, सदा पवित्र अभियान माना है। वे कलम के धनी व युगदर्पण मीडिया समूह के संपादक हैं, जिसे केवल अपनी कलम के बल से चलाया जा रहा है । उनकी मान्यता है, कि मैकाले वादी कुचक्र ने केवल भ्रष्टाचार ही नहीं, जीवन के हर क्षेत्र को प्रदूषित किया है। यही कारण है, लड़ाई या सफाई भी व्यापक होनी चाहिए। -युग दर्पण प्रशंसक समूह YDPS 
 -तिलक, संपादक युगदर्पण मीडिया समूह  09911111611, 07531949051 A visitor from Delhi
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Wednesday, February 5, 2014

कोलकाता में मोदी की रैली

कोलकाता में मोदी की रैली
वाम दलों के गढ़ के रूप में जाने जाते कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में भाजपा के प्रमं प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की रैली। 
कोलकाता में नरेंद्र मोदी की रैली शुरू हो गई है। मोदी की रैली में आगे बैठने की चाह रखने वालों के लिए के लिए निर्धारित 100 रुपये का न्यूनतम टिकट से अब तक 25 लाख रुपये की राशि एकत्र हो चुकी है। पूर्व मंत्री तपन सिकदर ने पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी और सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी। मोदी अभी मंच पर नहीं आए हैं। पश्चिम बंगाल की जनता के दिल में भी परिवर्तन का कमल खिल रहा है: सिद्धार्थ नाथ सिंह . 
23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम में वाम, तृमूकां और कांग्रेस का कोई नेता नहीं पहुंचा। बंगाल की माटी के सपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए केवल भाजपा के भीष्म पितामह आडवाणी पहुंचे: सिद्धार्थ नाथ सिंह .  स्वामी विवेकानंद का वास्तविक नाम था नरेंद्र दत्त और आज मंच पर भी एक नरेंद्र आने वाले हैं। आपने नरेंद्र दत्त पर विश्वास जताया, अब नरेंद्र मोदी पर विश्वास जता कर दिखाए: सिद्धार्थ नाथ सिंह . 
ब्रिगेड ग्राउंड पर नरेंद्र मोदी को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं। 
यदि देश बदल रहा है, तो बंगाल को बदलने से विश्व की कोई शक्ति नहीं रोक सकती है: शाहनवाज हुसैन . शाहनवाज हुसैन बोले, बंगाल में लोगों ने दादा को भी देखा, दीदी को भी देखा और अब केवल नरेंद्र मोदी को देखना बचा है। बंगाल के लोगों ने मन बना लिया है कि यदि देश को कोई उबार सकता है, तो वह नरेंद्र मोदी हैं। लोग खुदा से डरने वाली कौम को बीजेपी से डरा रहे हैं और उन्हें वोट बैंक बना रहे हैं: शाहनवाज . भारतीय जनता पार्टी सबको साथ लेकर चलेगी, नरेंद्र मोदी किसी से जाति या मजहब पूछकर काम नहीं करेगी: शाहनवाज हुसैन. 

मोदी से पहले ब्रिगेड ग्राउंड में भागलपुर के सांसद शाहनवाज हुसैन ने सभा को संबोधित किया। 
नरेंद्र मोदी और भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ब्रिगेड ग्राउंड के मंच पर पहुंचे। मैदान मोदी और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। कोलकाता रैली में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह बोल रहे हैं। आमि प्रणाम जानाईः राजनाथ सिंह. स्वामी विवेकानंद भारत के पहले वैश्विक युवा थे: राजनाथ सिंह. बंगाल की जनता ने 'सीपीएम' के वर्चस्व का सफाया कर दिया, तो केरल में भी वामपंथ का सफाया हो गया। अब 2014 में बंगाल की जनता कांग्रेस के वर्चस्व को भी समाप्त करेगीः राजनाथ सिंह. 
'सीपीएम' ने पश्चिम बंगाल में केवल हत्या उद्योग की स्थापना कीः राजनाथ सिंह
ममता ने गरीबों की संख्या कम तो की, किन्तु जितनी होनी चाहिए थी उतनी नहीं कीः राजनाथ सिंह. जिस दिन नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे, खेत में बुआई के पहले ही किसानों की आय निर्धारित कर दी जाएगी: राजनाथ सिंह. नंदीग्राम के किसानों की भूमि वापस की जानी चाहिए: राजनाथ सिंह. 
नरेंद्र मोदी के कोलकाता आने पर ही विवाद हो गया था। उनके हेलिकॉप्टर को रेसकोर्स रोड मैदान पर उतरने की अनुमति ही नहीं मिली थी। भारतीय जनता पार्टी के अनुसार मीडिया में समाचार आने के बाद ही मिली। गुजरात में एक बार दुर्भाग्यपूर्ण घटना, एक दंगा हो गया। किन्तु फिर कोई दंगा नहीं होने पाया। इसका श्रेय नरेंद्र भाई को जाता है: राजनाथ सिंह. "अंग्रेजी के अल्फाबेट में पहले यम आता है फिर यन आता है...के यल यन यम...भारत में अभी प्रमं है यम... अगला पीएम होगा यन...नरेंद्र मोदी।" M को यम और N को यल बोल रहे राजनाथ का वक्तव्य खत्म हुआ। 
अब नरेंद्र मोदी बोलेंगे। रैली में मंच पर बप्पी लहरी भी हैं। बप्पी दा हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। 
नरेंद्र मोदी ने नमश्कार को बांग्ला में नोमश्कार जैसा कुछ बोलने का प्रयास किया। थोड़ी सी बांग्ला भी बोली। बांग्ला में मोदी ने कहा, इतना विशाल जनसुमदाय देखकर मन प्रसन्न हो गया। मोदी बोले, बांगला में...आमी तोमार भालो बाशी, (आई लव यू)...। पहले दो मिनट का मोदी का भाषण बांग्ला में ही चला।
दिल्ली में जो तीसरे मोर्चे के नेता बैठे हैं, वे हेलिकॉप्टर लेकर आएं, यहां दृष्टी डालें। उन्हें हवा का रुझान क्या है पता चल जाएगा: नरेंद्र मोदी. दिल्ली में अभी मोर्चे की बैठक चल रही है। मेरा बंगाल से पुराना नाता है। गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के भाई बहुत वर्षों तक गुजरात में रहे, अहमदाबाद को बनाने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थी: नरेंद्र मोदी. यदि भारत को फिर से विश्वगुरु बनाना है, तो बंगाल को राष्ट्र गुरु बनाना होगा: नरेंद्र मोदी. देश अब और प्रतीक्षा नहीं कर सकताः नरेंद्र मोदी . इस चुनाव में क्या बंगाल देश को दिशा दिखा सकता है? : नरेंद्र मोदी. रैली में मोदी सहित सभी नेताओं ने ममता बनर्जी सरकार पर ताने कसे हैं। क्या बीजेपी किसी गठबंधन की आशा नहीं कर रही है? 
नरेंद्र मोदी कह रहे हैं, कि बंगाल की सारी सीटों पर भाजपा को जिताओ और फिर मुझसे प्रश्न करना। "राज्य सरकार से राज्य के काम का हिसाब मांगिए, मुझसे देश का हिसाब मांगिए, आपके दोनों हाथों में लड्डू होंगे।" मैं वादा करता हूं, कि पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी को एक बार स्वीकार कर ले, हम 60 वर्ष में यहां पड़े गड्ढों को भर देंगे: नरेंद्र मोदी तीसरे मोर्चे के लोगों ने देश का विनाश कर दिया है। उन्हें देश की राजनीति से दूर करने का हैः नरेंद्र मोदी. 
नरेंद्र मोदी ने वाम को लिया आड़े हाथों। कहा, तीसरे मोर्चे के लोगों ने भारत के पूर्वी क्षेत्रों को विकास से दूर रखा और तीसरी श्रेणी का बना दिया। गुजरात में मुसलमान भाइयों के लिए हज का कोटा 4800 का है, आवेदन करने वाले हैं 37000। यदि जेब में पैसे नहीं होते, हज करने वह कहां से जाता: नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल का हज यात्रियों का कोटा है प्राय: 12 हजार और अर्जी आती हैं मात्र 12 हजारः नरेंद्र मोदी 'सेक्युलरिजम' की मेरी परिभाषा साफ है, सरकार का एक ही धर्म होता है, राष्ट्रवाद: नरेंद्र मोदी बांग्लादेशियों की घुसपैठ के मुददे पर बोले मोदी। कहा देश के युवाओं की रोज़ी-रोटी छीन रहे हैं, बांग्लादेशी. नरेंद्र मोदी ने गुरुदेव टैगोर की कविता पढ़ी। सुभाष बाबू ने कहा था, तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। आज मैं कहने आया हूं, तुम मुझे साथ दो, मैं तुम्हें सुराज्य दूंगा: नरेंद्र मोदी. राजनीति में गुंडाराज, हर रोज हड़ताल, बिजली बिना अंधेरा चोलबे ना: नरेंद्र मोदी. वंदे मातरम के साथ नरेंद्र मोदी ने पूरा किया भाषण। कृ इसे भी देखें 

ऐसा कैसे होता है ?

बृहस्पतिवार, 21 नवम्बर 2013

ऐसा कैसे होता है ? এটা কেমন? તે કેવી રીતે છે? तो कसा आहे? ਐਵੇਂ ਕਿਦ੍ਦਾ ਹੋਂਦਾ ਏ ? 
ಇದು ಹೇಗೆ?   இது எப்படி இருக்கிறது?    అది ఎలా?   How is it? 

Monday, January 13, 2014

ज्ञानपुंज, स्वामी विवेकनन्द जी,

ज्ञानपुंज, स्वामी विवेकनन्द जी, 
उठो जागो और तब तक आगे बढ़ते रहो, जब तक भारत पुन: विश्व गुरु के आसान पर आरूढ़ न हो  जाये। शिकागो विश्व धर्म संसद में, अपने दिव्य ओजस्वी भाषण से चकित कर परतंत्र भारत को विश्व में सम्मान दिलाने वाले, स्वामी विवेकनन्द जी, सरस्वती जिनकी जिह्वा पर विराजती थी।  जन्म 13 जनवरी, 1863, तथा कम आयु में ही चमत्कारिक ज्ञान से विश्व को प्रकाशमय कर देनेवाले (नरेंद्र ) स्वामीजी की वर्षगांठ पर हमारी कोटि कोटि शुभकामनायें व बधाई। आइये, इनका अनुसरण कर जीवन को तमस मुक्त, प्रकाशयुक्त करने का संकल्प लें।
13 जन, 2013 से 2014 जन्म शतार्द्ध (150 वीं ) वर्षगांठ संपन्न हुई।
Like - @[404473279637161:274:Swami Vivekanand]
आप सभी को लोहड़ी तथा मकर संक्रांति पर्व की सपरिवार बहुत बहुत बधाई।
इतिहास को सही दृष्टी से परखें। गौरव जगाएं, भूलें सुधारें।
आइये, आप ओर हम मिलकर इस दिशा में आगे बढेंगे, देश बड़ेगा। तिलक YDMS
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है | जीने अथवा आगे बढ़ने का मार्ग मिलेगा, जब (भारत व इंडिया में अंतर) समझेंगे। 
मेरा भारत, मैं भारत का (Not India)
यह सम्बन्ध बनता है, देश व समाज की जड़ों से जुड़कर।
क्या आप भी स्वयं को देश की जड़ों से जुड़ा पाते हैं ? तो आपका यहाँ स्वागत है !
https://www.facebook.com/groups/189817947851269/
(भारत व इंडिया में अंतर क्या है, जाने ?) 
अधिक जानकारी के लिए यहाँ बटन दबाएँ -

मेरा भारत, मैं भारत का (Not India)


गुरुवार, 9 जनवरी 2014

नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब जो 40 पृष्ठ में न मिल सके वो 4से 6 पृष्ठ में पायें 

नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी विकल्प युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 


2001 से युगदर्पण समाचारपत्र द्वारा सार्थक पत्रकारिता और 2010 से हिंदी ब्लॉग जगत में विविध विषयों के 28 ब्लॉग के माध्यम व्यापक अभियान चला कर 3 वर्ष में 60 देशों में पहचान बनाई है। तथा काव्य और लेखन से पत्रकारिता में अपने सशक्त लेखन का विशेष स्थान बनाने वाले तिलक राज के 10 हजार पाठकों में लगभग 2000 अकेले अमरीका में हैं।  यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका आभार अग्रेषित है। -तिलक, संपादक युगदर्पण मीडिया समूह  09911111611, 07531949051 

Thursday, November 21, 2013

ऐसा कैसे होता है ?

ऐसा कैसे होता है ?

बृहस्पतिवार, 21 नवम्बर 2013


ऐसा कैसे होता है ? এটা কেমন? તે કેવી રીતે છે? तो कसा आहे? ਐਵੇਂ ਕਿਦ੍ਦਾ ਹੋਂਦਾ ਏ ? 
ಇದು ಹೇಗೆ?   இது எப்படி இருக்கிறது?    అది ఎలా?   How is it? 
कम्पू जी,
Current Qजब देश को बेशर्मी से लूटा जाता है, नेता को न न्याय का भय, 
न 5 वर्षीय लोकतन्त्री कुम्भ में जनता का होता है। बल्कि सत्ता में बने रहने का विश्वास होता है। .....Read full, all laguages
http://bharatasyasharmnirpekshvyavastha.blogspot.in/2013/11/blog-post.html
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इतिहास को सही दृष्टी से परखें। गौरव जगाएं, भूलें सुधारें।
आइये, आप ओर हम मिलकर इस दिशा में आगे बढेंगे, देश बड़ेगा । तिलक YDMS

Saturday, November 16, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी

Thursday, November 14, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की सूची 62 +7

क्र सं, क्षे सं, क्षेका नाम, प्रत्याशी का नाम सहित,
 अं-रा व्या मेला 14 -27 नवं का उद्घाटन

Friday, November 15, 2013

भा अं-रा व्या मेला 14 -27 नवं का उद्घाटन
युदस, नदि: हर वर्ष कि भांति भा अं-रा व्या मेला 14 -27 नवं का दिल्ली के प्रगति मैदान में उद्घाटन हुआ।  मेले में विभिन्न मंडपों के उद्घाटन में बिहार की उद्योग मंत्री, व महाराष्ट्र निदेशक आई आई टी आर के शिवगाओंकर मुख्य अतिथि रहे।

Thursday, November 14, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी

दिल्ली विधानसभा चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की सूची 62 +7
क्र सं, क्षे सं, क्षेका नाम, प्रत्याशी का नाम सहित,
1.    1   नरेला -नीलदमन खत्री
2.    2   बुरारी -श्रीकृष्ण त्यागी
3.    5   बादली -विजय भगत
4.    6   रिठाला -कुलवंत राणा
5.    8   मुंडका -मनोज शौक़ीन
6.    9   किराड़ी -अनिल झा
7.   10   सुल्तानपुर माज़रा (अनु.जा) -सुशीला बागड़ी
8.   12   मंगोलपुरी (अनु.जा) -रामकिशोर नरवरिया
9.   13   रोहिणी -जयभगवान अग्रवाल
10.  14   शालीमार बाग -रविन्द्र बंसल
11.  15   शकूरबस्ती -श्याम लाल गर्ग
12.  16   त्रि नगर -नन्द किशोर गर्ग
13.  17   वज़ीरपुर -महेंद्र नागपाल
14.  18   मॉडल टाउन -अशोक गोयल
15.  19   सदर बाज़ार -जय प्रकाश
16.   20  चांदनी चौक -सुमन गुप्ता
17.   21   मटिया महल -मो.निजामुद्दीन, अधिवक्ता
18.   22   बल्लीमारान -मोतीलाल सोढ़ी
19.   23  करोल बाग -सुरेन्द्र रातावाल
20.   24  पटेल नगर -पूर्णिमा विद्यार्थी
21.   25  मोती नगर -सुभाष सचदेवा
22.   26  मादीपुर -कैलाश सांकला
23.   27  राजौरी गार्डन -अकाली दल ?
24.   28  हरी नगर -अकाली दल ?
25.   29  तिलक नगर -राजीव बब्बर
26.   30  जनकपुरी -जगदीश मुखी
27.   31  विकास पुरी -किशन गहलोत
28.   32  उत्तम नगर -पवन शर्मा
29.   33  द्वारका -प्रदुमन राजपूत
30.   34  मटियाला -राजेश गहलोत
31.   35  नज़फ़गढ़ -अजित खड़खड़ी
32.   36  बिजवासन -सतप्रकाश राणा
33.   37  पालम -धरमदेव सोलंकी
34.   38  दिल्ली केन्ट.-करण सिंह तंवर
35.   39 राजिंदर नगर -आर. पी. सिंह
36.   40  नई दिल्ली -विजेंद्र गुप्ता
37.   41  जंगपुरा -पंकज जैन
38.   42  कस्तूरबा नगर -शिखा राय
39.   43  मालवीय नगर -आरती मेहरा
40.   44  आर.के.पुरम -अनिल शर्मा
41.   45  महरौली -प्रवेश वर्मा
42.   47  देओली (अनु.जा) -गगन श्रीलाल प्रधान
43.   48  अम्बेडकर नगर (अनु.जा) -खुशीराम
44.   49  संगम विहार -डॉ. एस.सी.एल. गुप्ता
45.   50  ग्रेटर कैलाश -अजय मल्होत्रा
46.   51  कालकाजी -अकाली दल ?
47.   52  तुगलकाबाद -रमेश बिधूड़ी
48.   53  बदरपुर -राम वीर बिधूड़ी
49.   55  त्रिलोक पूरी (अनु.जा) -सुनील वैद्य
50.   56  कोंडली (अनु.जा) -दुष्यंत गौतम
51.   57  पटपडगंज -नकुल भारद्वाज
52.   58  लक्ष्मी नगर -अभय वर्मा
53.   59  विश्वास नगर -ओ.पी. शर्मा
54.   60  कृष्णा नगर -डॉ. हर्ष वर्धन
55.   61  गांधी नगर -आर.सी. जैन
56.   62  शाहदरा -अकाली दल
57.   64  रोहतास नगर -जितेन्द्र महाजन
58.   65  सीलमपुर -कौशल मिश्रा
59.   66  घोंडा -साहिब सिंह चौहान
60.   67  बाबरपुर -नरेश गौड़
61.   68  गोकुलपुरी -रंजीत कश्यप
62.   70  करावल नगर -मोहन सिंह बिष्ट
        03  तिमारपुर -रजनी अब्बी - पूर्व महापौर
        69  मुस्तफाबाद -जगदीश प्रधान
        63  सीमापुरी -रामपाल सिंह
        07  बवाना -गुग्गन सिंह
        46  छत्तरपुर- ब्रह्म सिंह तंवर
        04  आदर्स नगर -
        54  ओकला -
        11  नांगलोई जाट -       ।
दिल्ली विधान सभा के 70 क्षेत्रों में से 69 भाजपा प्रत्याशियों के नाम घोषित किये जा चुके हैं। केवल नांगलोई जाट का शेष है।  04,+4,

Saturday, November 9, 2013

'राष्ट्र-ऋषि श्री दत्तोपंत ठेंगडी' एक जीवनी



'राष्ट्र-ऋषि श्री दत्तोपंत ठेंगडी' एक जीवनी
हे राष्ट्र-ऋषि श्री दत्तोपंत ठेंगडी - युगदर्पण मीडिया परिवार करता हैं, तुमको शत शत नमन!
श्री दत्तोपंत ठेंगडी - नमन! हे राष्ट्र-ऋषि तुमको
-विनोद बंसल, लेखक-9810949109

श्री दत्तोपंत ठेंगडी जी का नाम मन में आते ही, उनके जीवन के विविध आयाम, अनायास ही मन-मस्तिष्क में उभर कर सामने आ जाते हैं। एक ज्येष्ठ स्वतंत्रता सेनानी, कुशल संघटक, अनेक राष्ट्र प्रेमी संगठनों के शिल्पकार, विख्यात विचारक, लेखक, संतो के समान त्यागी और संयमित जीवन जीने वाले, श्री दत्तोपंत जी ठेंगडी ने भारतीय किसानों व मजदूरों को ससम्मान जीवन जीने का अवसर तो प्रदान कराया ही, भारत की कीर्ति विश्व पटल पर अंकित करने में भी उन्होंने अनुपम भूमिका निभाई।

 10 नवंबर 1920 को महाराष्ट्र के वर्धा जिले के आर्वी शहर में जन्मे, श्री ठेंगडी एक प्रसिद्ध वकील श्री बाबुराव दाजीबा ठेंगडी के ज्येष्ठ पुत्र थे। बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि, और सामाजिक कार्य के प्रति ललक ने, उन्हें विद्यार्थी जीवन में ही स्वतंत्रता संग्राम में उतार दिया। केवल 15 वर्ष की आयु में ही वे आर्वी तालुका नगरपालिका हाईस्कूल के अध्यक्ष चुने गए।

स्नातकोत्तर और विधि स्नातक की औपचारिक शिक्षा पूरी करने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलीराम हेडगेवार और श्री गुरूजी के जीवन से प्रेरणा लेकर सन 1942 से 1945 तक उन्होंने केरल जैसे ईसाई बाहुल्य राज्य और 1945 से 1948 तक साम्यवादियों के ग़ढ माने जाने वाले बंगाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक के रूप में कार्य किया। इन दोंनों राज्यों में उस समय संघ कार्य करना अत्यन्त दुष्कर था, जिसे उन्होंने अपने परिश्रम व सूझ-बूझ से गति प्रदान की।

सन 1949 से वे मजदूर क्षेत्र की विविध समस्याओं के गहन अध्ययन में जुट गए और अक्तूबर 1950 में वे पहली बार इंटक (Indian National Trade Union Congress) की राष्ट्रीय परिषद सदस्य तथा मध्य प्रदेश इंटक शाखा के संगठन मंत्री चुने गए। 1952 से 1955 के मध्य कम्युनिस्ट प्रभावित ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (ए.आई बी.ई.ए.) नामक मजदूर संगठन के प्रांतीय संगठन मंत्री रहते हुए उन्होंने पोस्टल, जीवन-बीमा, रेल्वे, कपडा व कोयला उद्योग से संबंधित मजदूर संगठनों के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। इसी मध्य वे पत्रकारिता व लेखन जगत से भी जुडे और हिंदुस्तान समाचार नामक बहुभाषी समाचार संस्था के संगठन मंत्री बने।

1955 से 1959 के बीच मध्यप्रदेश तथा दक्षिणी प्रांतों में भारतीय जनसंघ की स्थापना और जगह-जगह पर जनसंघ का बीजारोपण करने का दायित्व भी ठेंगडी जी पर ही रहा। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 1955 में ही पर्यावरण मंच तथा सर्व धर्म समादर मंच की स्थापना भी उन्होंने की।

23 जुलाई 1955 के दिन, उन्होंने छोटे छोटे मजदूर संघों को मिलाकर भारतीय मजदूर संघ (बी. एम. एस.) नामक एक ऐसे वट वृक्ष का बीजारोपण किया। जिसके बारे में उन्होंने भी शायद ही ऐसी कल्पना की होगी कि वह विश्व का सबसे बडा व सर्व श्रेष्ठ मजदूर संगठन बन जाएगा। देखते ही देखते बीएमएस आज मात्र एक संगठन ही नहीं, बल्कि संगठनों का संगठन बन, मजदूरों व मालिकों के विविध संगठनों के बीच एक बडी कडी बन गया है। एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में इसकी सदस्य संख्या 50 लाख को पार कर चुकी है।

1967 में उन्होंने भारतीय श्रम अन्वेषण केन्द्र व 1990 में स्वदेशी जागरण मंच की नींव डाली। राज्य सभा के सदस्य रहते, संसदीय कार्यकाल में मजदूर संघ का प्रतिनिधित्व करते हुए, उन्होंने अनेक बार विदेश यात्रा की। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व व विदेशों के मजदूर आन्दोलनों का अध्ययन करने हेतू उन्होंने अमेरिका, युगोस्लाविया, चीन, कनाडा, ब्रिटेन, रूस, इंडोनेशिया, म्यानमार, थाईलैण्ड, मलेशिया, सिंगापुर, कीनिया, युगांडा तथा तंजानिया जैसे अनेक देशों का भ्रमण किया और 1977 के स्विट्जरलैण्ड में हुए, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के 68वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। 1985 में अखिल चाइना ट्रेड यूनियन फेडरेशन के निमंत्रण पर, भारतीय मजदूर संघ के पॉच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए, उन्होंने चीन में जो भाषण दिया, उसे बीजिंग रेडियो से भी प्रसारित किया गया। अमेरिका व ब्रिटेन सहित विश्व के अनेक देशों ने उनके कौशल का लोहा मानते हुए, उन्हें अपने -अपने देशों में व्याप्त मजदूरों व किसानों से सम्बन्धित समस्याओं के अध्ययन व् समाधान हेतु आमंत्रित किया। विश्व पटल पर वे इन विषयों के विशेषज्ञ माने जाते थे।

प्रखर सोच व उत्तम विचारों के धनी श्री दत्तोपंत जी ने हिंदी, अंग्रेजी और मराठी में लगभग सौ से अधिक पुस्तकों का लेखन किया। उनकी कृतियों में ‘राष्ट्र’, ‘ध्येयपथ पर किसान’, ‘तत्व जिज्ञासा’, ‘विचार सूत्र’, ‘संकेत रेखा’, ‘Third Way’, ‘एकात्म मानववाद-एक अध्ययन’, ‘डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर’, ‘सप्त क्रम लक्ष्य और कार्य’ आदि प्रमुख थीं।

50 वर्ष से अधिक समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सृजनात्मक कार्यो के लिए, एक विस्तृत पृष्ठ भूमि तैयार करते हुए, उन्होंने भारतीय किसान संघ, सामाजिक समरसता मंच, सर्व पंथ समादर मंच, स्वदेशी जागरण मंच, संस्कार भारती, अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद, भारतीय विचार केंद्र, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत आदि संगठनों का निर्माण किया। देश का शायद ही कोई ऐसा मजदूर संगठन होगा, जिसे दत्तोपंत जी का मार्गदर्शन न मिला हो। समाज के कमजोर वर्गो यानि शोषित श्रम-जीवियों की हालत सुधारने के लिए, केवल वैचारिक योगदान ही नहीं दिया, बल्कि देशभर में अन्याय, अत्याचार, विषमता और दीनता से जूझने के लिए, कर्मठ व लगनशील कार्यकर्ताओं का निर्माण भी किया।

कम्युनिस्ट समेत अनेक विचार-धाराओं के शीर्ष नेताओं से उन्होंने आत्मीयता पूर्ण संबंध स्थापित किए। भण्डारा से जब बाबा साहेब अम्बेडकर लोकसभा का चुनाव लड़ रहे थे, तब उनके चुनाव प्रभारी के नाते उन्होंने कार्यभार संभाला था। अम्बेडकर जी से घनिष्ट संबन्धों के चलते, उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिनों में श्री बाबासाहेब अम्बेडकर पर एक पुस्तक भी लिखी।

पद्म भूषण लेने से इनकार

वे ऐसे महा-पुरुष थे, जो प्रसिद्धि व प्रतिष्ठा की आकांक्षा से कोसों दूर थे। सन 2003 के गणतंत्र दिवस के अवसर पर, उन्हें प्रसिद्ध भारतीय सम्मान पद्म भूषण के लिए चुना गया, किन्तु उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति श्री एपीजे अब्दुल कलाम को एक पत्र लिख कर, इसे लेने के लिए असमर्थता प्रकट करते हुए कहा कि वह स्वयं को इस अलंकरण के योग्य नहीं समझते। उन्होंने कहा है कि सरकार को यदि कोई अलंकरण देना ही था, तो उसे सर्वप्रथम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जन्मदाता डा. केशवराव बलीराम हेडगेवार और संघ का कार्य देश विदेश में फैलाने वाले श्री माधव सदाशिव राव गोलवलकर (श्री गुरूजी) को भारत रत्न से अलंकृत किया जाना चाहिए था। वे तो संघ परिवार की मात्र एक शाखा के अगुआ भर रहे हैं।

उनको श्रद्धांजलि देते हुए, विवेकानंद केन्द्र (कन्याकुमारी) के अध्यक्ष एवं भारतीय विचार केन्द्रम के निदेशक श्री पी. परमेश्वरन ने लिखा है कि वे एक प्रखर विचारक, असाधारण संगठक और विद्वान तो थे ही, एक महान कार्यकर्ता भी थे। स्पष्ट तथ्यात्मकता के साथ वे एक ऐसे सिद्धान्तवादी थे, जो कभी समझौता नहीं करते। भारत का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन, 'भारतीय मजदूर संघ' उनके व्यावहारिक आदर्शवाद का जीता-जागता उदाहरण है। ऐसे समय में जब प्रत्येक राजनीतिक दल का एक श्रम प्रकोष्ठ था, ठेंगडी जी ने बड़े साहस के साथ किसी राजनीतिक दल से बिल्कुल असम्बद्ध रहने वाला, भारतीय मूल्यों के आधार पर श्रमिक संगठन खड़ा किया था। भारतीय मजदूर संघ की सफलता सिद्ध करती है, कि भारत को एक राष्ट्रवादी आंदोलन खड़ा करने के लिए, किसी विदेशी विचारधारा की जरूरत नहीं है। विचारों की स्पष्टता, अभिव्यक्ति की तीक्ष्णता और समझ की गहनता, उनको अपने समय की एक महानतम विभूति बनाती है। प्रसिद्धि-पराङगमुखता, उन्हें अन्य नेताओं व विभूतियों से बिल्कुल अलग, 'एक देदीप्यमान व्यक्तित्व' प्रदान करती थी। केवल संघ विचार परिवार में ही नहीं, उनके मित्र और प्रशंसक विश्व भर में हैं।

ऐसे राष्ट्र ऋषि को शत्-शत् नमन्।
राष्ट्र-ऋषि, ठेंगडीजी, विख्यात विचारक, लेखक, संघटक, भामसं जनक,
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देश की श्रेष्ठ प्रतिभा, प्रबंधन पर राजनिति के ग्रहण की परिणति दर्शाने का प्रयास | -तिलक संपादक