YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Wednesday, December 19, 2012

क्यों, मित्रों ने भी भुला दिया?

क्यों, मित्रों ने भी भुला दिया? Like, comment, share, tag 50 frnds
जब से 'फेक बुक, ने मेरे हाथ बांधे मित्रों ने भी भुला दिया,
किसी भी रचना पर टिप्पण Like, का अंकुश तो मुझ पर है, 
फिर आप ने भी टिप्पणी करने से, क्यों है मुँह ही चुरा लिया;
स्मरण हैं वह दिन, जब लेखन व टिप्पण का गर्म व्यवहार था, 
नवरात्रे दीपावली में वह खाता बंद हुआ मित्रों ने भी भुला दिया,
दीपावली में बना नया खाता, धडाधड भेजे नए खाते के सन्देश, 
फिर दीपावली के बधाई सन्देश को फेकबुक ने स्पैम का नाम दे,
कई अंकुश टिप्पण, सन्देश, FR, Tag, खाते पर हैं, लगा दिए, 
नए खाते में 2-4 पुराने, 8-10 मित्र नए जुडे व लेखन है जारी,
किन्तु अब किसी लेखन पर क्यों, नहीं आती टिप्पणी तुम्हारी??
भीड़ से दूर, सन्नाटे की व्यथा की यह कथा है कडवी (क्षमा करें), 
मुझे, नए भले न पहचाने क्यों, पुराने मित्रों ने भी भुला दिया ??
क्यों, मित्रों ने भी भुला दिया ??....तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||" युगदर्पण

http://kaavyaanjalikaa.blogspot.in/2012/12/blog-post.html
http://thitholeedarpan.blogspot.in/2012/12/blog-post.html

Friday, December 14, 2012

फेक बुक पोल खोल -भा.1

फेक बुक पोल खोल -भा.1 
Most important, Read Full, सर्वाधिक महत्वपूर्ण, पूर्ण पढ़ें,
वंदे मातरम, जो राष्ट्रवाद के YDMS से प्यार व समर्थन करते हैं, किंतु अभी आगे से यहाँ संपर्क नहीं मिलता है और मुझे (हिंद के रक्षक) पढ़ने के लिए चाहते हैं। वे 25 ब्लॉगों, 5 चैनल, वर्डप्रेस.कॉम, आर्कट, ट्वीटर सभी लिंक के रूप में वेब yugdarpan.com पर(दिखाया गया) है, आयें पका स्वागत हैं। यहाँ FB में सन्देश या टिप्पणी पोस्ट करना अवरुद्ध है। पके समर्थन के लिए प सभी का आभारी हूँ।
फेस बुक/ फेक बुक 'नकली पुस्तिका' से सभी प्रकार के राष्ट्र विरोधी कृत्यों की अनुमति दी जाती है, क्यों ? क्योंकि, हम उनके विरोध में कभी शिकायत नहीं करते, करें तब कार्यवाही नहीं लेकिन वे तत्व कभी नकली शिकायत, स्पैम के रूप में करते है, और 'नकली पुस्तिका प्रबंधन' के लिए हमारे जैसे अनेक पर कार्यवाही स्पैम जाँच के बिना, क्यों आवश्यक रहती है ? वे संज्ञान (Cognition) लेकर हम में से कई खाते ब्लॉक कर देते हैं। हिंद के रक्षक, YDMS जोरदार शब्दों में विरोध करता है हमारे प्रबल विरोध से, फेक बुक (नकली पुस्तिका) द्वारा, मेरे पर पूर्ण प्रतिबंध भी हो सकता है। अंतरताना एक आकाश की सीमा से बाहर नहीं है, जोकि मेरे विरोध प्रदर्शन के लिए खुला है। Orkut.co.in, blogger.com वर्डप्रेस.कॉम आदि- सभी अमेरिकन प्लान प्रतिस्पर्धा के शब्द हैं।    जब 'नकली पुस्तिका प्रबंधन' सभी सक्रिय राष्ट्र विरोधी के कहने से एक तरफ़ा प्रतिबंध से, वे 'जैसे को तैसा' करने के लिए, हमें बाध्य (मजबूर) कर रहे हैं। हमारे कहने से खाते बंद करने पर तो नकली बही एक विशाल रद्दी भंडार हो सकता है। तथा बंद न करने से पक्ष -पात का प्रमाण। 
आज क्यों, हिंद के रक्षक, का खाता अवरुद्ध करने से हम एक सन्देश और FR भेजने, या टिप्पणी पोस्ट व Like करने में, असमर्थ है ?
खाता क्यों अवरुद्ध है ? मैने किसी भी समय स्पैम नहीं भेजा है। आत्म पते पर ही पूर्व प्रकाशि पोस्ट को टैग जोड़ने के प्रयास में स्पैम का नाम देकर खाता अवरुद्ध करना, कैसा व्यवहार है ? क्या किसी के कहने से किया ? जब आगे नया साल, दोस्त बनाने के लिए समय है। तब क्या समस्या है ? 
अमेरिकन प्लान फेक बुक (नकली पुस्तिका प्रबंधन) से भारतीय "हिंद के रक्षक" का सीधा प्रश्न -क्या, अपने पोस्ट में टैग जोड़ने के लिए प्रयास, मित्रता और पोस्ट एक अपराध है ? क्या, यहाँ हमारा खाता एक सजावटी वस्तु हैं ? हा हा हा, क्या यह एक विचार है (What an idea it is)अवरुद्ध खाते में से 90% ऐसे कर रहे हैं। और सभी डेटा एक रद्दी (कबाड़) है। क्या एक अच्छा नकली पुस्तक कबाड़ प्रबंधन की (शर्तें) नीति और एक रद्दी वर्ष के लिए फेक (नकली बही) बुक से भारतीय "हिंद के रक्षक" का 2013 मुबारक।  ....आपका "हिंद के रक्षक" ...(आगे भा.2)

Sunday, November 25, 2012

गुरु नानक देव के प्रकाश दिवस पर, बधाई व ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं.

अखिल विश्व में फैले सम्पूर्ण हिन्दू समाज के आप सभी को सपरिवार, युगदर्पण परिवार की ओर से प्रकाश दिवस की बधाई व ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं।
नानक देव के प्रकाश दिवस पर आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फेलाएं। आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।
यह प्रकाश दिवस भारतीय जीवन से आतंकवाद, अवसरवाद, महंगाई, भ्रष्टाचार आदि की अमावस में, सत्य का दीपक जला कर धर्म व सत्य का प्रकाश फैलाये तथा भारत को सोने की चिड़िया का खोया वैभव, पुन:प्राप्त हो !
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है -इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मेकालेवादी, मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया |अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग...remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 ... yugdarpan.com

प्रारंभिक जीवन
गुरु नानक देव का जन्म 15 अप्रैल 1,469 लाहौर के निकट राय भोई की तलवंडी (अब पाकिस्तान में, ननकाना साहिब कहा जाता है,) में हुआ था। [2] यह अब गुरु नानक देव के प्रकाश दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज [3],  उनका जन्मस्थान गुरुद्वारा जनमस्थान नाम से चिह्नित है। उनके पिता, कल्याण चंद दास बेदी लोकप्रिय नाम, कालू मेहता [4], तलवंडी के गांव राय बुलार भट्टी [5] में, उस क्षेत्र के एक मुस्लिम मकान मालिक के द्वारा फसल राजस्व के लिए एक पटवारी (एकाउंटेंट) नियोजित किया गया था। नानक की माता का नाम तृप्ता था। उनकी एक बड़ी बहन, बीबी नानकी, जो एक आध्यात्मिक व्यक्ति बन कर उभरी । आगे देखें...




Saturday, November 17, 2012

बाला साहब ठाकरे राष्ट्रप्रहरी थे।

राष्ट्रप्रहरी बाला साहब ठाकरे अनन्त में विलीन:
निर्मल ह्रदय, स्पष्टवक्ता, प्रखर हिन्दूत्ववादी राष्ट्रप्रहरी, बाला साहब ठाकरे का अनन्त में समा जाना, परिवार, देश व हिन्दूत्व के लिए असहनीय क्षति है, परमात्मा उनकी आत्मा को शांति व हम ब को दुख सहने की क्षमता प्रदान करें। आप सदा हमारे ह्रदय में प्रकाश बनके समाये रहेंगे । 
राष्ट्रप्रहरी बाला साहब ठाकरे एक निर्मल ह्रदय, स्पष्टवक्ता थे, तथा जीवन पर्यन्त देश, समाज व हिन्दूत्व के लिए निरन्तर संघर्षरत रहे। आज हम विचार व सिद्धांत के महत्त्व को नहीं समझते, किन्तु वे निर्विवाद रूप से मानते थे। तथा इस पर समझौता करने को तैयार नहीं थे। हमने देखा यदि सत्य में निष्ठा है, तब विचार मेल न खाते होने पर भी समस्या नहीं, सम्मान मिलता है। हम सत्य निष्ठा का पालन करें। वन्देमातरम, -तिलक, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS, 9911111611.

Saturday, November 10, 2012


सार्थक दीपावली सन्देश:సార్థక దీపావలీ సన్దేశ  ,  ஸார்தக தீபாவலீ ஸந்தேஸ ,  ಸಾರ್ಥಕ ದೀಪಾವಲೀ ಸನ್ದೇಶ ,  സാര്ഥക ദീപാവലീ സന്ദേശ ,সার্থক দীপাবলী সন্দেশ,


सार्थक दीपावली सन्देश...Pl. Like it, join it, share it. Tag 50
युगदर्पण का सार्थक दीपावली सन्देश: सार्थक दिपावली का अर्थ ?
दशहरा यदि सत्य का असत्य पर विजय का प्रतीक है, तो दीपावली प्रकाश का अन्धकार पर। आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फेलाएं। आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।
यह दीपावली भारतीय जीवन से आतंकवाद, अवसरवाद, महंगाई, भ्रष्टाचार आदि की अमावस में, सत्य का दीपक जला कर धर्म व सत्य का प्रकाश फैलाये तथा भारत को सोने की चिड़िया का खोया वैभव, पुन:प्राप्त हो! अखिल विश्व में फैले सम्पूर्ण हिन्दू समाज के आप सभी को सपरिवार, युगदर्पण परिवार की ओर से दीपावली की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं।
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है -इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मेकालेवादी, मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया |अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग...remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 ... yugdarpan.com
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युगदर्पण का सार्थक दीपावली सन्देश: सार्थक दिपावली का अर्थ ? 
दशहरा यदि सत्य का असत्य पर विजय का प्रतीक है, तो दीपावली प्रकाश का अन्धकार पर। आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फेलाएं। आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।। 
यह दीपावली भारतीय जीवन से आतंकवाद, अवसरवाद, महंगाई, भ्रष्टाचार आदि की अमावस में, सत्य का दीपक जला कर धर्म व सत्य का प्रकाश फैलाये तथा भारत को सोने की चिड़िया का खोया वैभव, पुन:प्राप्त हो! अखिल विश्व में फैले सम्पूर्ण हिन्दू समाज के आप सभी को सपरिवार, युगदर्पण परिवार की ओर से दीपावली की ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएं। 
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है -इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मेकालेवादी, मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया |अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग...remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 ... yugdarpan.com

Tuesday, November 6, 2012

युगदर्पण के 50 हजारी होने पर

युगदर्पण के 50 हजारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई व धन्यवाद। युग दर्पण ब्लाग पर बने, हमारे ब्लाग को 49 देशों के 3640, तथा राष्ट्र दर्पण पर 33 देशों के 1693, आप लोगों ने 4 नव.11 प्रथम 1 1/2 वर्षों में 10 हज़ार बार खोला व हमें 10 हजारी बनाया था। अब 4 नव.12 तक केवल एक वर्ष में, 63 देशों के 6360, तथा 51 देशों के 4100+ आप लोगों ने हमें 50 हजारी कर दिया है। आप सभी केवल हार्दिक बधाई व धन्यवाद के पात्र नहीं, हमआपका हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 ... yugdarpan.com

Wednesday, October 31, 2012

अँधेरे का साम्राज्य ? भाग-3,

अँधेरे का साम्राज्य ? भाग-3, ...Pl. Like it, join it, share it. Tag 50 frnds.
नितिन गडकरी को त्यागपत्र नहीं देना चाहिए, क्यों ?
भाजपा का चाल चरित्र चेहरा:- सीता माँ के चरित्र पर, मात्र एक धोबी के ऊँगली उठाने पर, उनके परित्याग को आज त्याग नहीं माना जाता ! अत; भगवान् राम के आदर्श का पालन करते, जब जब भाजपा ने नैतिकता की दुहाई के नाम पर, शर्मनिरपेक्ष मीडिया के ऊँगली उठाने पर, आदर्श व नैतिक श्रेष्ठता का पालन करते, अपने नेत्रत्व में परिवर्तन किया, परिणाम क्या हुआ ? नैतिक बल ऊपर नहीं हुआ, हीन भावना से ग्रसित, नैतिक रूप से कमज़ोर और हंसी की पात्र हो गयी ! तहलका जैसी बिकी हुई संस्थाओं के दबाव में अपने कई श्रेष्ठ नेता कल्याण का कल्याण कर, मदन लाल खुराना, बंगारू लक्ष्मण, विजय राजे, येदुरप्पा, रमेश पोखरियाल, को अपने से दूर कर दिया ! शर्मनिरपेक्ष मीडिया के शर्मनिरपेक्ष पत्रकार, भाजपा का मान मर्दन करते रहे ! "चाल चरित्र चेहरा" उपहास का विषय बना रहा ! जैसे कि त्यागपत्र देना या दिलवा कर, नैतिक श्रेष्ठता नहीं, अपराध कर लिया हो ! और यही कारण रहा, जिससे भाजपा के नेताओं की जनता का सामना करने की क्षमता कम हुई ! "चाल चरित्र चेहरा" भिन्न होकर भी, अपमान और कलंक झेलते रहे ? अपने गढ़ व सत्ता, उ.प्र., दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड में खो दिये ! उमाँ भारती के साथ म.प्र. चला गया था, जाकर आया है ! बंगलोर को दक्षिणी गढ़ न बना सके ? ये सब करने के बाद भी, किसी पत्रकार के मुह से कभी ये सुना, कि हाँ, भाजपा ही ऐसी पार्टी है, जो कम से कम दागी लोगों पर कार्यवाही तो करती है ? इसके विपरीत, केवल गुजरात में मोदी के रूप में हमने सामना किया, उसके परिणाम सत्ता और छवि की रक्षा करने में सफल रहे ! सक्षम रूप से उभर कर आगे आये !
शर्मनिरपेक्ष कांग्रेस -मीडिया -आतंकी, गठजोड :-इसके ठीक विपरीत, सब जानते हैं, कालांतर में नेहरु, इंदिरा, 1984 के दंगे के जगदीश टाइटलर से लेकर आज के चिदम्बरम और खुर्शीद तक, सेकड़ों घोटालों में फंसे बड़े बड़े नेताओं को कांग्रेस ने हर बार, शर्मनिरपेक्षता की सारी सीमायें पार कर बचाया ! पहले तो कई बार इस्तीफ़ा दिलवाने का नाटक कर लेते थे, उसके बदले संगठन का पद दे कर, अब कम करते हैं ! वे विगत 65 वर्ष से इस देश पर, लूट का राज चला रहे हैं ! उन्हें इसके कारण कभी भी नीचा नहीं देखना पड़ा ? शर्मनिरपेक्ष बिकाऊ मीडिया साथ है, न ! जन समर्थन कम रह जाये, चोर चोर मोसेरे भाई कई मिल जाते हैं ! गंदे से गंदे समय में तंत्र मुट्ठी में है ! वहां तक बात जाने नहीं देते, जनता को मुर्ख बनाने के कई रास्ते हैं, हम मुर्ख बनते भी हैं ! इसका भरपूर लाभ आतंकी भी उठाते हैं !
भाजपा शासित -कांग्रेस शासित, राज्य का अंतर :- अंधे भी शासन का अंतर साफ देख कर सकते हैं, भ्रम के ग्रसित हम अकल के अंधे नहीं ! कालांतर में कभी कोई अफज़ल, कसाब तथा उनके मानवाधिकार नामक समर्थको का आतंकी नाग डसता है ! कभी कोई शर्मनिरपेक्षता का रावण, भिन्न भिन्न कानून के रूप में या भिन्न भिन्न न्याय के रूप में हमें छलता है ! जब पाखंडी खुजली, तीस्ता सीतलवाद अब जालसाज दमानिया जैसे मक्कारों के फरेब का साथ देता है ! इन सब को हम भिन्न भिन्न घटनाएँ न माने, मेकाले के 1935 से चले आ रहे, एक घिनोने व्यापक कुचक्र का अभिन्न अंग समझें ! ये सब उसके शर्मनिरपेक्ष पात्र हैं ! जो अपनी लकीर बड़ी करना नहीं, दूसरे की लकीर छोटी दर्शाना जानते हैं, वो इस धारणा को सिद्ध करना चाहते हैं, कि सारे दल भ्रष्ट व सारे नेता चोर हैं ! तभी तो अँधेरे का साम्राज्य बना रहेगा ! पूरे समाज में ही मूल्यों की जो गिरावट हुई है, उसका मूल कारण भी यही शर्मनिरपेक्षता है !
मुद्दा ये है, कि इस प्रकार, क्या गडकरी व हर नेता को हटाने से भाजपा भ्रष्टाचार की लड़ाई का नेत्रत्व कर पाएगी ? इस चक्रव्यह का लक्ष्य सनातन धर्म व परम्परा का साथ देने वाले सभी हैं ! यह चक्रव्यह कांग्रेस और कांग्रेस शासित सत्ता के समर्थन से भाजपा और भाजपा शासित सत्ता के विरूद्ध निरन्तर चल रहा है ! 
यह अंतर जब तक हम समझ नहीं लेते, अँधेरे का साम्राज्य बना रहेगा ! -तिलक
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है | https://www.facebook.com/groups/549281355089431/