जीवन मेला- कहीं रेला कहीं ठेला, संघर्ष और झमेला,
कभी रेल सा दौड़ता है यह जीवन, कहीं ठेलना पड़ता। रंग कुछ भी हो हंसते या रोते हुए जैसे भी जियो, फिर भी यह जीवन है। सप्तरंगी जीवन के विविध रंग, उतार चढाव, नीतियों विसंगतियों के साथ दार्शनिकता व यथार्थ जीवन संघर्ष के आनंद का मेला है।
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- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,
संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 9971065525, 09911111611, 09999777358.
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Saturday, November 17, 2012
बाला साहब ठाकरे राष्ट्रप्रहरी थे।
राष्ट्रप्रहरी बाला साहब ठाकरे अनन्त में विलीन:
निर्मल ह्रदय, स्पष्टवक्ता, प्रखर हिन्दूत्ववादी राष्ट्रप्रहरी, बाला साहब ठाकरे का अनन्त में समा जाना, परिवार, देश व हिन्दूत्व के लिएअसहनीय क्षतिहै, परमात्मा उनकी आत्मा को शांति व हम सब को दुख सहने की क्षमता प्रदान करें।आपसदा हमारे ह्रदय में प्रकाश बनके समाये रहेंगे ।
राष्ट्रप्रहरी बाला साहब ठाकरे एक निर्मल ह्रदय, स्पष्टवक्ता थे, तथा जीवन पर्यन्त देश, समाज व हिन्दूत्व के लिएनिरन्तर संघर्षरत रहे। आज हम विचार वसिद्धांत के महत्त्व कोनहीं समझते, किन्तु वे निर्विवादरूप से मानते थे। तथा इस पर समझौता करने को तैयार नहीं थे। हमने देखा यदिसत्य में निष्ठा है, तब विचार मेल न खाते होने परभीसमस्या नहीं, सम्मान मिलता है। हम सत्य निष्ठा का पालन करें। वन्देमातरम, -तिलक, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS, 9911111611.
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