जीवन मेला- कहीं रेला कहीं ठेला, संघर्ष और झमेला,
कभी रेल सा दौड़ता है यह जीवन, कहीं ठेलना पड़ता। रंग कुछ भी हो हंसते या रोते हुए जैसे भी जियो, फिर भी यह जीवन है। सप्तरंगी जीवन के विविध रंग, उतार चढाव, नीतियों विसंगतियों के साथ दार्शनिकता व यथार्थ जीवन संघर्ष के आनंद का मेला है।
https://t.me/ydmstm
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,
संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 9971065525, 09911111611, 09999777358.
Pages
▼
Sunday, February 28, 2010
होली है..... ! उल्लास का पर्व है, हुडदंग नहीं, उल्लास और शालीनता से मनाएं; अखिल विश्व में विराजे हिन्दुओं को युगदर्पण परिवार की ओर से, सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनायें !!
Feel free to Comment. Your comment is our guide to serve you better. Tilak कृपया प्रतिक्रिया दें, आपकी प्रतिक्रिया से संशोधन और उत्साह पाकर; हम आपको श्रेष्ठतम सामग्री दे सकेंगे | धन्यवाद -तिलक संपादक
No comments:
Post a Comment
Feel free to Comment. Your comment is our guide to serve you better. Tilak
कृपया प्रतिक्रिया दें, आपकी प्रतिक्रिया से संशोधन और उत्साह पाकर; हम आपको श्रेष्ठतम सामग्री दे सकेंगे | धन्यवाद -तिलक संपादक