YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Sunday, August 17, 2014

जय श्री कृष्ण,

जय श्री कृष्ण, 
अखिल विश्व में फैले समस्त सनातन भक्तों को (एकमात्र 16 कला सम्पूर्ण अवतार) श्री कृष्ण जन्माष्टमी की कोटि कोटि बधाई और हार्दिक मंगलकामनायें !
रोहिणी नक्षत्र में रात 12 बजे श्री कृष्ण का अवतरण होगा,  और शीघ्र ही कंस व जरासंध का नाश होगा। अत्याचारी अधर्मी कंस उ प्र पर सत्तासीन तथा उसके शर्मनिरपेक्ष समर्थक संरक्षक जरासंध। 

यहाँ से इडोनेसिया तक, जिनका इमान मूसल है वो मुसल मान हो कर भी, श्रद्धा अहिंसा व भारत भक्त सब जीवों के प्रति दयावान हों, हिंदू ही हैं। सांप्रदायिक यह नहीं, जिहादी सोच है।नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादककभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक समूह के अनुरूप मित्रों को इसमें जोड़ें कैसे ?
ऊपर members option click करें + Add people click करें select names to add.cpro.ecor@gmail.com
cpro.ecr.hajipur@gmail.com

Sunday, August 10, 2014

आप कैसा भारत चाहते हैं ?

आप कैसा भारत चाहते हैं ? 
आप अपनी आने वाली पीढ़ी को कौनसा भारत देना चाहते हैं? जब दारुल हरब और दारुल इस्लाम के नामसे वैश्विक निर्णायक युद्ध छेड़ा जाये आप कहें मैं युद्ध के विरुद्ध हूँ, तो क्या आप बच पाएंगे? आप कहें सबके खून का रंग एक है तो क्या रंग एकता का क्विक फिक्स है? डीएनए तो भिन्न है। क्या + ग्रुप के रक्त में - ग्रुप का रक्त चढ़ाया जा सकता है ? जहाँ युद्ध नियम से नहीं, किसी मूल्य पर विजय केंद्रित हो तब निष्क्रियता प्राण रक्षा नहीं आत्महन्ता बन जाती है। निर्णायक युद्ध का परिणाम हिन्दू भारत या इस्लामिक दोनों में से एक चुनना होगा तीसरा कोई विकल्प नहीं। 
जो हिन्दू मुस्लिम तर्क नहीं समझते ताश का फ़्लैश जानते हैं। आप खेल में बैठे सेक्युलर ढंग से कहते हैं मैं हारने जीतने के पक्ष में नहीं हूँ। अपने चक्र का बूट शायर डालना पड़ेगा, किसी भी गणित से खेल के अंत में हारा मिलेगा। 
अब निर्णय आपका है। हिन्दू भारत या इस्लामिस्तान ? गीता की कर्मण्यता अपनाएंगे या वामपंथियों की कुत्सित भ्रमित कर्मण्यता। क्योंकि इनका पाखंड तो अब खंड खंड होगा यह निश्चित है। 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
जागो और जगाओ! जड़ों से जुड़ें, 
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!! इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक, बन कर। 
विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!! যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan

धर्मनिरपेक्ष संविधान या तालिबान ?

धर्मनिरपेक्ष संविधान या तालिबान ? 
धारा 30 (A) क्या आप इसे उचित मानते हैं ? 
क्या आप इस शर्मनिरपेक्ष अनुचित कुचक्र का समर्थन करते हैं।  क्या यह धर्मनिरपेक्षता के नाम पर भारत के इस्लामीकरण का गुप्त द्वार (चोरदरवाजा) नहीं है ? यह पूर्ववर्ती शर्मनिरपेक्ष सरकार का दिया तालिबानी कानून है। समानता के नामपर घोर भेदभाव कारक। 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
जागो और जगाओ! जड़ों से जुड़ें, 
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!! इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक, बन कर। 
विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!! যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan

Saturday, August 9, 2014

आतंकवाद रक्षक -मानवतावादी पाखंड

आतंकवाद रक्षक -मानवतावादी पाखंड
वन्देमातरम,
जिन्दा हूँ के साँस अभी बाकि है ये मुहावरा क्या आपको वीरोचित लगता है ?
आशावाद आवश्यक है किन्तु जब उसमे पुरुषार्थ जुड़ा हो और पुरुषार्थ मन से आशा सहित ही परिणाम कारक होता है -ईश्वर पर विश्वास और पुरुषार्थ का संगम आवश्यक है। गीता के सन्देश 'कर्मण्ये वाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।' को स्मरण रखें -तिलक संपादक युगदर्पण।
विगत 700-800 वर्षों से, हमें भारत में बहुत कुछ विदेशी आक्रमणों के कारन झेलने को मिला है, किन्तु हम अभी भी बच गए है और गत 20 वर्षों में हमें पुनर्जीवित किया जा रहा है और इस प्रकार का विचार कई बार कहने सुनने में आता रहा है। दूसरी ओर तर्क यह भी है कि 2000 वर्ष पूर्व कोई ईसाई धर्म अथवा इस्लाम नहीं था जो आज 50 % हैं। केवल हिंदुत्व अथवा इसी के विस्तार में बौद्ध धर्म सम्पूर्ण एशिया में व्याप्त था या जैन भी हुए। भारत 80 % सिकुड़ कर मात्र 20 % रह गया है। और हम 2000 वर्ष पूर्व के गौरव के साथ वर्तमान के यथार्थ को भी समझें। विश्व के अनेक देशों हमारी संस्कृति के खंडहर हमारी गौरव गाथा आज भी गा रहे है (जब कि इस्लाम ने कई स्थानों पर उन्हें नष्ट भी किया है)।
हम 5000 वर्ष पुरानी सभ्यता हैं. क्योंकि हम अजेय भी रहे हैं और विश्व विजेता हम अपने शौर्य प्रक्रम के कारण थे किन्तु पराजितों को बार बार क्षमा दान देने वाले एक बार जयचंद अथवा छलपूर्वक पराजित किये जाने पर मर्दन का शिकार हुए। इसने हमारे गौरव का भी मर्दन कर दुष्ट वामपंथियों व मैकाले वादियों को यह अवसर प्रदान किया कि हमें हीनता का शिकार बना, भ्रम की स्थिति बनाने का कुचक्र रच सकें। विगत में शासक इसी स्थिति का या तो समर्थन करते रहे या रोकने में असफल रहे। विश्व गुरु और विश्व विजेता भारत विश्व कल्याण से अपने कल्याण में भी असमर्थ दिखा। अत: कथित मानवता वादी पाखंड से भ्रमित पौरुष त्याग चुके, हमारे आज की महाभारत के अर्जुन अकर्मण्यता का त्याग करें।
कल्पना यह करें कि जिस सोने की चिड़िया के पंख एक सहस्त्र वर्ष से आज तक (संप्रग की लूट सहित) नोचे जा रहे हैं उसका पूर्व रूप कैसा रहा होगा। कल्पना यह करें कि नालंदा तक्षशिला के विशाल ज्यान भंडार मुगलों ने जिनका अग्नि दहन किया। फिर भी उनका समर्थन करने में अपनों से लड़ते कथित मानवता वादी। इनके दबाव या भ्रम में जीवन की महाभारत के हमारे अर्जुन पौरुष त्याग, किस प्रकार जाने अनजाने चाहे अनचाहे विश्व कल्याणकारी संस्कृति को नष्ट कर रहे हैं। उत्तिष्ठत पार्थ उत्तिष्ठत जागृत
क्योंकि, हमारा गौरव पूर्ण इतिहास काल्पनिक नहीं है। अत: हम न तो पूर्व की कल्पनाओं में संकटों को अनदेखा करें, न इतिहास को नकार कर हीन भावना और भरें, आत्म मुग्ध या आत्म हन्ता बन संकट की अनदेखी, ये दोनों ही आत्म घाती है हानि कारक हैं। आंतरिक शक्तियों का संचय एवं संवर्धन कर, भारत फिर विश्व गुरु और विश्व विजेता बन हम विश्व कल्याण में अपनी भूमिका निर्धारित कर सकते हैं।आधुनिक ज्ञान विज्ञान से पुष्ट हमारा पौराणिक ज्ञान विज्ञान तथा नई ऊर्जा का संचय कर भारत के उज्जवल भविष्य का निर्माण हमारी स्वतंत्रता के अच्छे दिनों का सन्देश होगा।
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 

तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
जागो और जगाओ! जड़ों से जुड़ें, 
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!! इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक, बन कर। 
विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!! যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक

Friday, June 27, 2014

भाजपा नवसांसद प्रशिक्षण शिविर' सूरजकुंड,

भाजपा नवसांसद प्रशिक्षण शिविर' सूरजकुंड

मोदी बताएंगे विकत स्थिति में कार्य कैसे करें

सूरजकुंड में भाजपा के प्रशिक्षण शिविर के दौरान नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू।

सूरजकुंड में नए भाजपा सांसदों की 'पाठशाला', मोदी बताएंगे कैसे करें मुश्किल हालात में काम
फरीदाबाद. सूरजकुंड में भाजपा के नए सांसदों का 'प्रशिक्षण शिविर' आरम्भ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पार्टी के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ किया, जिसमें 195 सांसद नए सांसद शामिल हो रहे हैं। मोदी के अतिरिक्त भाजपा के वरिष्ठ नेता शिविर में नए सांसदों को संसदीय कार्यों की जानकारी देने, अपने अनुभव भी साझा करेंगे।
शिविर की विशेष बातें
- भाजपा के प्राय: 195 सांसद इस शिविर में शामिल हों रहे है। इनमें लोकसभा से 170 और राज्यसभा से 25 सांसद होंगे।
- शिविर में 40 अजा /अजजा सांसद शामिल होंगे। महिला सांसदों की संख्या 30 होगी।
- प्र मं और भाजपा के वरिष्ठ नेता नए सांसदों को संसदीय कार्यवाही के बारे में जानकारी देने, अपने अनुभव भी साझा करेंगे।
- नए सांसदों को प्रशासनिक कार्यों, सांसद निधि के उपयोग आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।
- सांसदों को बताया जाएगा कि विकत परिस्थितियों में कैसे काम करना है और पार्टी को लेकर उन्हें किस प्रकार से जनता और मीडिया के बीच बात रखनी है।
- नए सांसदों को बताया जाएगा कि संसद में कैसे उत्तम प्रश्न उठाएं और शून्‍यकाल के मध्य दोनों सदनों में जनता से जुड़े कौन से महत्‍वपूर्ण मुद्दों पर बात की जाए।
- सांसदों को बताया जाएगा कि वे संसद में अपनी अधिक से अधिक उपस्थिति अंकित कराएं और अपने संसदीय क्षेत्रों में लोगों की समस्‍याओं को किस प्रकार हल करें।
- शिविर में आने वाले सांसदों से एक-एक हजार रुपए शुल्क लिए गए हैं।
- खाना केवल शाकाहारी मिलेगा।
सुरक्षा की व्यवस्था 
इस शिविर के लिए सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा तीन स्तरीय होगी जिसमें एसपीजी के विशेष प्रकोष्ठ की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होगी। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक एसएन वशिष्‍ठ शुक्रवार को सूरजकुंड पहुंचे और शिविर की सुरक्षा व्यवस्था का आंकलन किया। सुरक्षा स्थल पर पुलिस आयुक्त अरशिंदर सिंह चावला के नेतृत्व में अन्य पुलिस अधिकारी भी विगत कई दिनों से उपस्थित थे। सुरक्षा में 900 से अधिक जवानों की तैनाती की सुचना जाएगी।
शूटिंग रेंज का रूट रहेगा बंद
पता चला है कि कांत एंक्लेव से लेकर सूरजकुंड तक जिस मार्ग से मोदी को लाया जाएगा, उस मार्ग को प्राय: दो घंटे के लिए बंद कर दिया जाएगा। इस राह को लक्ष्य अभ्यास स्थल होने से परिवर्तित कर दिया जाएगा। मोदी के चले जाने के बाद इसे पुन: खोल दिया जाएगा।
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है| -युगदर्पण

Tuesday, June 24, 2014

'वो आपातकाल'

'वो आपातकाल' सत्ता की अनंत भूख की उपज 
सत्ता की अनंत भूख, उसे बनाये रखने में तानाशाही और बाधाओं को कुचलने में उपजा आपातकाल यह काला अध्याय, भले एक घटना रही हो; किन्तु इस प्रक्रिया का क्रम यही है। जब सत्ता प्राप्ति का लक्ष्य, समाज के हित को भूल कर, साधनों का एकीकृत संग्रह करने हेतु स्वार्थ के वशीभूत होकर, लोभ तुष्टि बन जाये तो परिणाम यही होता है। लोकतंत्र और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को महत्वहीन तथा लोभ को लोक से बड़ा मान, संयम को नकार असंयमित व्यवहार की परिणती वह त्रासदी है, जिसे हमने 39 वर्ष पूर्व आपातकाल के रूप में देखा व भुगता। 
जब चुनाव अभियान में सरकारी तंत्र का दुरूपयोग करने के लिए इलाहाबाद कोर्ट ने उन्हें 6 वर्ष के लिए संसद की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया था। पद छोड़ने के बजाए उन्होंने संविधान को स्थगित कर दिया। अपनी चमड़ी बचाने के लिए प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25-26 जून 1975, की रात में स्वतंत्रता का हनन कर, स्वार्थ की काली स्याही से अंधकार का आपात अध्याय लिख दिया।
प्राय: एक लाख लोगों को बिना सुनवाई के बंदी बना लिया गया और जिन्होंने उनकी भ्रष्ट सरकार के विरुद्ध आंदोलन का नेतृत्व करने वाले जयप्रकाश नारायण, सहित सभी विपक्षी नेताओं को बंदगृह में डाल दिया गया। सबसे बुरा यह हुआ कि उन्होंने वैधानिक संस्थाओं को नष्ट किया, जो अभी तक नहीं सुधर पाई हैं। आपातकाल की मेरी कई रचनाएँ, जिनका स्मरण कर पा रहा हूँ, 'काव्यांजलिका' में प्रस्तुत हैं। http://www.kaavyaanjalikaa.blogspot.com/ 
हमें समझना होगा कि संविधान की सीमा उल्लंघन और पारदर्शीता का त्याग अनियंत्रित सरकार को तानाशाह बना सकता है। एक सशक्त सरकार का अर्थ होता है एक कर्मशील सरकार, न कि एक व्यक्ति का शासन, जो उस संसदीय लोकतंत्र को नष्ट करता है, जिसका हमने राष्ट्रपति प्रणाली के समक्ष चयन किया है। यहाँ जनता स्वामी है और इसकी आवाज को दबाने के लिए कुछ भी करना, हमारे लोकतांत्रिक, अनेकतावादी और समता के आदर्शों वाले गणतंत्र के मूल तत्व के विपरीत है।
इन सिंद्धातों को खंडित करने वालों को, 1977 में हुए चुनाव ने पराजय से दण्डित किया। यहां तक कि इंदिरा गांधी जैसा प्रभावी व्यक्ति भी चुनाव में पराजित हो गया। यह सब जानना महत्वपूर्ण है जिससे इसकी पुनरावृति नहीं हो। 

Monday, June 9, 2014

अभिभाषण में उज्जवल भविष्य का मानचित्र

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते, नई सरकार के अपने प्रथम अभिभाषण में मोदी सरकार के आगामी 60 माह का एजेंडा अर्थात उज्जवल भविष्य का मानचित्र प्रस्तुत किया। 
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में स्पष्ट कर दिया कि केंद्र सरकार की नीति रहेगी 'एक भारत श्रेष्ठ भारत'।  इस सरकार का एजेंडा होगा 'सबका साथ सबका विकास।'  केंद्र सरकार के एजेंडे में सबसे प्रमुख विषय रहेंगे गरीबी हटाना, महंगाई रोकना, महिलाओं को 33 % आरक्षण, हर किसी को पक्का घर और 24 घंटे बिजली। 
https://www.youtube.com/watch?v=7VBvGBFOP_E&list=PL07E4C2D4718D3CC6&index=75
राष्ट्रपति के अभिभाषण की 10 प्रमुख बातें
1. महंगाई रोकना सरकार की प्राथमिकता
2. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना शुरू होगी
3. हर राज्य में आईआईटी और आईआईएम खुलेंगे
4. कश्मीरी पंडितों को घाटी में बसाने की योजना
5. महिलाओं को 33 % आरक्षण और 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान
6. सार्वजनिक स्थानों पर 5 वर्ष में वाई फाई
7. द्रुत गति रेल की योजना
8. 2022 तक हर किसी को पक्का घर, पानी और 24 घंटे बिजली
9. अविरल स्वच्छ गंगा पर बल
10. आतंकवाद पर शून्य सहिष्णुता की नीति। 
ब्रांड इंडिया बनाने के लिए मोदी का ‘5टी’ का फार्मूला‘,,
सरकार हमारी परंपरा, कौशल प्रतिभा, पर्यटन, व्यापार और प्रौद्योगिकी '5टी' ( टड्रिशन, टैलेंट, टूरिज्म, ट्रेड और टेक्नोलॉजी ) से जुड़ी अपनी ऊर्जा के बल पर फिर से 'ब्रांड' इंडिया को स्थापित करेगी।’’

क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? 
प्राथमिकता रद्दी है या भविष्य?  इसका एक ही विकल्प 

-सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS. 9911111611